नेताजी
नेताजी के कान आजकल कुछ बड़े हो गए हैं, सुनने में आया है | वो आजकल कही-सुनी बातों पर ज्यादा यकीन करते हैं, जांच पड़ताल में विश्वास नहीं रखते | पहले नेताजी की आँखें बड़ी थी, देखी बातों पर ही विश्वास करते थे | शायद इसलिए लोगों ने उन्हें पसंद भी किया और अपना नेता बना दिया | बड़ी आँखें पहले उनके चेहरे पे शोभा देती थी, दिल की सफाई आँखों से ही झलक जाती थी | अब कान बड़े होने से उनका चेहरा विकृत सा हो गया है और शायद चरित्र भी |